फर्जी कस्टम अधिकारी बनकर घूम रही थी महिला, नोएडा पुलिस ने किया गिरफ्तार।

अंकित गुप्ता /समय दिन (ujagarkhabar.in)
नोएडा। सेक्टर-148 मेट्रो स्टेशन पर मंगलवार दोपहर का नज़ारा किसी क्राइम-सीरीज़ के सीन से कम नहीं था। चमचमाती सरकारी वर्दी, दबंग अंदाज़ और “कस्टम ऑफिसर” का दावा, लेकिन यह सब एक बड़ा झूठ निकला।
पुलिस ने मौके पर ही उस महिला का सच उजागर कर दिया, जिसकी पहचान अलीशा (निवासी हापुड़) के रूप में हुई।
अलीशा मेट्रो परिसर में ऐसे घूम रही थी मानो पूरा सिस्टम उसके इशारों पर चलता हो। लेकिन हेड कांस्टेबल वंदना अहलावत को उसकी हरकतें कुछ ज़्यादा ही फिल्मी लगीं सवाल पूछे गए जवाब उलझते गए और यहीं से खुला पूरा फर्जीवाड़ा।
पुलिस जांच में साफ हो गया कि अलीशा का न तो कस्टम डिपार्टमेंट से कोई रिश्ता है और न ही किसी सरकारी सर्विस से।
अब पुलिस यह टटोल रही है कि क्या यह सिर्फ दिखावे की ड्रामा था या फिर किसी बड़े नेटवर्क की ट्रायल एक्टिंग, क्या इससे पहले भी अलीशा ने यह वर्दी कहीं इस्तेमाल की थी?
अलीशा पर फर्जी पहचान बनाना और सरकारी वर्दी का दुरुपयोग करने का मुकदमा दर्ज किया गया है। अगला कदम — पुलिस यह जांचेगी कि कहीं इसके तार किसी संगठित गिरोह से तो नहीं जुड़े।
नोएडा मेट्रो की भीड़भाड़ में यह महिला सरकारी रौब का फरेब दिखाकर चल रही थी… लेकिन वर्दी का नकली दम ज्यादा देर तक टिक नहीं पाया।
बड़ा सवाल:
सवाल अब भी वही है —अलीशा की कहानी यहीं खत्म होती है, या यह किसी बड़े खेल का पहला पर्दा है?